अभिनन्दन

स्त्री को सृजन की शक्ति माना जाता है अर्थात स्त्री से ही मानव जाती का अस्तित्व माना जाता है।इस सृजन कि शक्ति का विकास कर उसे सामाजिक,आर्थिक, विचार,विश्वास, स्वतंत्रता एवं अवसर की समानता का सु-अवसर प्रदान करना ही नारी सशक्तिकरण है।

भारत में महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए सबसे पहले समाज में उनके अधिकारों एवं मूल्यों को मारने वाली उन सभी राक्षसी सोच को मारना जरूरी हैं जैसे दहेज प्रथा, अशिक्षा,धरेलू हिंसा, भ्रूणहत्या, असमानता आदि ऐसे ही दुसरे विषय।

आधुनिक युग में कई भारतीय महिलाएं कई सारे महत्वपूर्ण राजनैतिक तथा प्रशासनिक पदों पर आसीन हैं। भारत के शहरी क्षेत्रों की महिलाएं ग्रामीण क्षेत्र के महिलाओं की अपेक्षा अधिक रोजगारशील है।फिर भी महिलाओं को पुरुषों कि अपेक्षा 20%कम भुगतान दिया जाता हैं। असंगठित क्षेत्रों में यह समस्या और भी ज्यादा दयनीय है खासतौर से दिहाड़ी मजदूरी वाले जगहों पर तो यह सबसे बदतर हैं।

भारत सरकार द्वारा महिला सशक्तिकरण के लिए कई सारी योजनाएं चलाई जाती हैं।इनमें से कई सारी योजनाएं रोजगार ,कृषि और स्वास्थ्य जैसी चीजों से सम्बंधित होती है। इन योजनाओं का गठन भारतीय महिलाओं की परिस्थिति को देखते हुए किया गया है ताकि समाज मे उनकी भागीदारी को बढ़ाया जा सके।महिला एवं बाल विकास कल्याण मंत्रालय और भारत सरकार द्वारा भारतीय महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए योजनाएं इस आशा के साथ चलाई जा रही है कि एक दिन भारतीय समाज मे महिलाओं को पुरुषों कि तरह ही प्रत्येक अवसर का लाभ प्राप्त होगा।कानूनी अधिकार के साथ महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए संसद द्वारा भी कुछ अधिनियम पास किए गए हैं जैसे –

एक बराबर पारश्रमिक एक्ट -1976
बाल विवाह रोकथाम एक्ट – 2006
कार्यस्थल पर महिलाओं को यौन शौषण एक्ट – 2013
भारत में ऐसी महिलाओं की कमी नहीं है जिन्होंने समाज मे बदलाव और महिला सम्मान के लिए अपने अंदर के डर को अपने ऊपर हावी नहीं होने दिया। महिला सशक्तिकरण महिलाओं को वह मजबूती प्रदान करता है जो उन्हे उनके हक के लिए लड़ने में मदद करता है। इक्कीसवीं सदी नारी जीवन में सुखद संभावनाओं को सदी है।
किसी ने बहुत अच्छी बात कही है”नारी जब अपने ऊपर थोपी हुई बेड़ियों एवम कड़ियों को तोड़ने लगेगी तो विश्व की कोई शक्ति उसे रोक नहीं पाएगी।”
लोगों कि सोच बदल रही है फिर भी इस दिशा मे और भी प्रयास करने कि आवश्यकता है।

धन्यवाद

Blog By:-

डॉ पुनम मित्तल
सहायक प्राध्यापक
वाणिज्य विभाग
बियानी शिक्षण संस्थान