Tag: जातिगत विविधता

जातिगत स्तर पर विभिन्नताएँ तथा विविधताएँ

परिचय: भारतीय समाज में प्राचीन समय में वर्ण व्यवस्था समाज की रीढ़ थी । जाति का आधार मनुष्य का जन्म न होकर उसकी योग्यता तथा पेशा था । परन्तु कालान्तर